एक शब्द के कितने अर्थ निकलते हैं
#अर्थ
एक शब्द के कितने अर्थ
निकलते है,
जैसे होता मन वैसे ही
भाव पिघलते हैं।
नदी में बह जाते जहां
सुख दुख रोज होता है,
कोई अपना साथ तो कोई
गैर होता है,
आपको देख कर हमारे
दिन बहलते हैं ।
मांगी थी दुआ मगर पूरी
हुई एक वक्त के बाद,
अरसा लगा एक पल
तकरार के बाद
मौका देने से ही आपसी
रिश्ते सम्हलते हैं।
अंतरद्वंद से ओत–प्रोत
अभिलाषा के आधीन
वेदनाओं में रचा बसा,
अस्तित्व हो रहा विलीन
सूक्ष्म अनुचित व्यवहार
से दिल मचलते हैं।
प्रणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
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Pratikhya Priyadarshini
04-Dec-2022 09:38 PM
Very nice 🌺👍
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Gunjan Kamal
04-Dec-2022 11:09 AM
बहुत ही सुन्दर
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Sachin dev
04-Dec-2022 10:56 AM
Amazing
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